5 Essential Elements For Horror story in Hindi

जॉनथन अब भी जोर जोर से रो रहा था। कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंच गई और उन्होंने उस सीरियल किलर को ढूंढ निकाला जो स्कूल में ही एक क्लासरूम में छुपा हुआ था। जॉनथन ने उस रात जो महसूस किया वह सच था या नहीं यह तो नहीं कह सकते, लेकिन वह बोली, सच में उन्हीं सब लोगों के कटे हुए हाथों से भरी थी, जिन्हें। सीरियल किलर ने मारा था। 

अचानक वह ठिठक गई। चारों तरफ़ नज़र घुमाकर उसने कुछ अनुमान लगाया। सर्द रात के ग्यारह बजे इस काली डरावनी ...

Science ye manta hai ki insan ke Marne ke baad uske sarir se unbalanced negative energy deliver hoti hai aur Admi ka ka sarir 21 gram weight-loss kar deta hai par ye kehena ki Vo vapis badla lene aaege galat hai

तो वह फिर किशोर की पत्नी को पूछती है कि क्या तुमने मंदिर के पास वाले पेड़ पर पूजा की थी तो उसकी पत्नी बताती है हां, मैंने बच्चे के लिए उस पेड़ पर पूजा की थी। फिर वह दादी मां उसे सारी सच्चाई बताती है कि तुम्हारे बच्चे पर डायन का साया है और तुम चिंता मत करो, तुम्हारे इस बच्चे को मैं जन्म दिलवाएगी। 

बुजुर्ग की कहानियाँ गाँव में प्रसिद्ध थीं, और बच्चे-बच्चे उनकी कहानियों में खो जाते थे। एक दिन, गाँव के एक छोटे से लड़के नामक राजू ने बुजुर्ग से एक विचित्र खिलौने की मांग की।

इतना कहते कहते मोनू अचानक चुप हो गया और विजय की ओर उंगली दिखाते हुए कहने लगा, पापा आपके पीछे कोई औरत खड़ी है। 

राकेश उस डॉल को उठाकर वापस वही ले जाता है जहां से उसको वो डॉल मिली थी। राकेश उस डॉल को फेंक तो आता है लेकिन वो ये नहीं जानता था कि उस शापित डॉल का साया झुमकी पर आ चुका था। 

आज फिर लेट आज तो सरला मैम छोड़ेगी नहीं उन्होंने मुझे ही पूरे क्लास में टोककर कहा था - कि जया कॉलेज ...

हम दोनों उसके पास गए और उसको पकड़ कर, कार में बिठाया. हमने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वह कुछ नहीं बोली.

मुझे इसके बारे में जानना है। जब मेरी माँ ने मुझे यह कहानी सुनाई तो मैं रोमांचित हो गयी। लेकिन इस बात ने मुझे काफी डरा भी दिया था।

राजू का खिलौना गाँववालों को भी प्रभावित कर गया, और उन्होंने समझा कि खुशी और सफलता एक आत्मिक स्थिति से आती हैं, न कि बाह्यिक वस्त्रों या वस्तुओं से। गाँव में एक नई आत्मा और check here सोच का उत्थान हुआ, जिसमें सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशहाल जीवन बिता रहे थे।

मैं और जेंसी दोनों टाइम पर वहां पहुँच गए. मैंने सारा को आवाज़ लगाई लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला.

सारा एक इक्कीस साल की भोली भाली लड़की थी जो भोपाल में अपने परिवार के साथ हसी खुशी से रह रही थी पर अपने एक दोस्त के शादी में उसे वीर नामक एक लड़के से प्यार हो जाता है सारा ने वीर के बारे में अपने ...

धीरे धीरे उसकी भयानकता कम हो गई और उसका दिल भी कदमा गुदगुदाने लगा। बच्चे और गांववाले उसे अब प्रेमी नन कहते थे। 

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